Nazneen Yakub – Mumbai Uncensored, 13th June 2022
पैंगबर मोहम्मद टिप्पणी मामले में 10 जून को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज व कई अन्य शहरों में हिंसा भड़की थी। जिसके बाद पुलिस ने प्रयागराज से 92 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एफआईआर में 70 लोगों को नामांकित किया है और उन पर 29 धाराओं के मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
तो वहीं इस घटना के मुख्य आरोपी बताए जा रहे जावेद मोहम्मद का घर बुलडोजर से पूरी तरह गिरा दिया गया है। बता दें कि बुलडोजर चलाए जाने से पहले उनके घर नोटिस चिपकाया गया था। इस नोटिस में उन्हें अनाधिकृत रूप से घर के निर्माण के मामले में 10 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें सुनवाई 24 मई के लिए तय हुई थी। पीडीए ने दावा किया कि जावेद मोहम्मद या उनके वकील कोई भी सबूतों और दस्तावेजों के साथ पेश नहीं हुए। इस वजह से 25 मई को नोटिश जारी किया गया। इस नोटिस के तहत उनको अपना घर 9 जून को ध्वस्त करना था लेकिन ऐसा नहीं होने पर रविवार 12 जून को सुबह उन्हें घर खाली करने का नोटिस दिया था जिसके बाद पीडीए ने पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर चलाया था।
बता दें कि जावेद अहमद की बेटी सोमैया फातिमा ने मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि यह बात समझना बहुत जरूरी है कि अचानक से हमारा घर अवैध कैसे हो गया? जब हमलोग हर बार टैक्स देते रहे हैं तब फिर अचानक बिना किसी नोटिस के एक दिन के अंदर ही अंदर अवैध कैसे हो गया? ये सब 12 घंटे के अंदर हो गया। यह घर मेरी अम्मी के नाम पर था। मेरे नाना ने उनको गिफ्ट में दिया था। इसमे मेरे अब्बा का कोई हाथ नहीं था। जमीन मेरी अम्मी का था। जिस पर बने घर को अवैध बताकर तोड़ दिया गया है। इस मामले को लेकर प्रयागराज हाईकोर्ट में वकीलों के एक समूह ने पत्र लिखा है। वकीलों का कहना है कि जिस घर को तोड़ा गया है उसका मालिक आरोपी जावेद नहीं था। घर जावेद की पत्नी के नाम है। घर को ध्वस्त करना कानून के खिलाफ है. आरोपी की पत्नी को अवैध निर्माण की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गयी थी।
गौरतलब है कि शुक्रवार 10 जून हुई हिंसा में वेलफेर पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश महासचिव जावेद अहमद को गिरफ्तार किया गया था। जिसको लेकर उनकी बेटी आफरीन फातिमा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि पुलिस उनके पिता को कहां पर लेकर गई है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, “पुलिस बिना किसी वारंट के, बिना नोटिस के उनके पिता को लेकर गई है और पुलिस ने ये जानकारी भी नहीं दी कि वे उन्हें कहां लेकर जा रहे हैं।